
सामने आऊं तो कोसते रहते हो गुम हो जाऊं तो ढूंढ़ते फिरते हो बेखुदी एकदिन ले डूबेगा मुझे होनी को भला कौन टाल सकता है […] Read More
सामने आऊं तो कोसते रहते हो गुम हो जाऊं तो ढूंढ़ते फिरते हो बेखुदी एकदिन ले डूबेगा मुझे होनी को भला कौन टाल सकता है […] Read More
क्यों मुझे मजबूर किया गया वह सुनहरे सपने देखने पर जिसकी उम्मीद करना ही भूल था भूल तो फिर भी भूल ही होता है सजा […] Read More
करम हैं आप की इस दिलको भी धड़कना सिखा दिया नहीं तो खिलना किसे कहते है कभी पता ही नहीं चलता मुमकिन होता अगर सब […] Read More
बहुत कुछ कहना था बहुत कुछ सुनना था रुक सकते थे रूक नहीं पाए तुम और मुझे रुकने ही नहीं दिया गया क्या पता था कभी मिलना […] Read More
उलझे रहते हैं उनके ख्यालों में जैसे कुछ नहीं और करने के लिए इकरार होने ही लगा था तकरार ने दस्तक दे दी देने […] Read More
अंजुमन में तेरे हम भी तो थे फिर भी तेरे नज़रों से चूक गए देखो खुदगर्जी लोगों का रौनक बनते हैं महलों का मौजमस्ती से […] Read More