
दाँया फर्के पैसा बाँया फर्के पैसा पैसाले पुग्यो भन्दैनौ दांत झरिसक्यो केस पाकिसक्यो सेवा दान धर्मको सहि अर्थ बुझ्दैनौ आज सम्म सुनेकि छैन शव पैसाले […] Read More
दाँया फर्के पैसा बाँया फर्के पैसा पैसाले पुग्यो भन्दैनौ दांत झरिसक्यो केस पाकिसक्यो सेवा दान धर्मको सहि अर्थ बुझ्दैनौ आज सम्म सुनेकि छैन शव पैसाले […] Read More
तिम्रो सहि र गलत कस्ले के भन्छमा आधारित छ मेरो सहि र गलतमा प्रकृतीको इशारा छ तिम्रो आत्मीयता सामाजिक बन्धनमा छ मेरो निकटता पिंडीतको क्रन्दनमा […] Read More
सम्झौताका पाइलामा अस्तित्व नखोज आज छौं भोली हुन्नौं सँधैलाइ केहि रहन्न मानिस हुनुको अर्थ बाँचुन्जेली भुल्दिन लानु छ के नै लोभ लालचलाइ ठाउँ दिनु हुन्न […] Read More
सोच विचार ओछ्यानमा लडिरहेछुआँखा धमिला धमिलाज्योति निभ्दैछ शायदकोसँग मनको कुरा राखुँन फेसबुक खोल्न सक्छुन मेसेज टाइप गर्नआँखा नै ठिक नभएपछिहात खुट्टा पनि निरर्थकलाग्दो रैछचिया नास्ता […] Read More
शब्द शब्द शब्दसँग प्रेम छ मलाईम हरेक चिज शब्दमा देख्न चाहन्छुशब्द छ र म छु अनि छ शब्दको संसारम हावालाई शब्द मार्फत अचल बनाउँछुम पानीमा […] Read More
बाबा जन्मेको गाउँ ठाउँ हेर्ने उत्सुकताले मलाइ संधै गाउंतीर नै तानी रहन्थ्यो |टिभी रेडियोले जती फुक्यो, त्यती मात्रै थाहा थियो गाउंको बारेमा, एस एल सि […] Read More
लोग खामखा प्यारको बदनाम करते फिरतें हैं आसानी से अगर ए मिलता अपनी बरबादी का कारण खुद क्यों बनतें है __________________ कुछ इस तरह उनसे […] Read More
मिल जाए वह अगर गिले शिकवे दुर कर लुंगी हमेसा हमेसा के लिए अकेलेपन से आजाद हो जाऊंगी टुट गया होता हर वो दिवारें अगर मिला […] Read More
हालात बदलते बदलते मुफलीस हो गए खाइ था सामने और रास्तें नजर आए कब्र की धुल नहीं कब्र की फूल बन जाएंगे लगी है […] Read More
मंजिल तो नहिं था वह अब जाकर मालुम चली है सही हो जाएगा सब बस रास्तें बदलने की देरी है तुम्हें भुलने के लिए क्या नहीं […] Read More